50+ Best Money Tips Quotes in Hindi

धन की चमक में खो न जाना,
ये साथी है, मालिक नहीं बनाना।
सुख की कीमत इससे नापी नहीं जाती,
जिंदगी का सच धन से सारी नहीं होती।


पैसा कमाना कला है सच्ची,
पर उसे संभालना जिम्मेदारी भारी।
जो धन को गुलाम बनाए रखे,
वही जीवन का राजा कहलाए।


धन वो नदी है जो बहती रहे,
रुक जाए तो सड़ांध दे।
इसे बहाओ, सही जगह लगाओ,
तभी ये सुख का रंग लाए।



पैसा वो चाबी है जो ताले खोले,
पर हर दरवाजा इससे न खुलता।
दिल की गहराई तक जो पहुंचे,
वो धन से कभी नहीं मिलता।



धन की भूख कभी न मिटे,
जितना आए, और चाहिए।
जो संतोष से जीना सीखे,
उसे धन की कैद न आए।



पैसा हाथ का मैल नहीं है,
पर इसे पकड़ने में डर लगे।
साफ मन से कमाओ इसे,
तभी ये शांति का साथ दे।



धन की माया अजीब खेल खेलती,
कभी हंसाए, कभी रुलाए।
जो इसकी सवारी करे समझदारी से,
वही जिंदगी को सजाए।



पैसा वो बीज है जो बोया जाए,
फसल अच्छी हो तो सुख लाए।
पर खेत बंजर हो अगर,
तो धन भी कुछ न बचाए।



धन की ताकत को मत झुठलाना,
ये दुनिया को नचा सकता है।
पर जो इसके पीछे नाचे,
वो कभी सुख न पा सकता है।



पैसा वो दोस्त है जो साथ चले,
पर मुसीबत में मुंह फेरे।
जो इसे समझदारी से रखे,
वही इसके रंग न्यारे देखे।



धन की चादर छोटी पड़ जाए,
तो नींद भी दूर भाग जाए।
पर जो इसे गले न लगाए,
वो हर रात चैन से सो जाए।



पैसा वो आग है जो गर्मी दे,
पर ज्यादा पास आओ तो जलाए।
दूरी बनाकर रखो इसे,
तभी ये काम आए।



धन की राह पर चलते जाओ,
पर मन को भटकने न दो।
ये साधन है, साध्य नहीं,
इसे मंजिल मत बना दो।



पैसा वो शहद है जो मीठा लगे,
पर ज्यादा चखो तो बीमार करे।
संयम से इसका स्वाद लो,
तभी ये जीवन सवारे।



धन की गिनती से दिन न गिनो,
ये आएगा, जाएगा।
जो आज है, उसे बांट दो,
सच्चा सुख वही लाएगा।



पैसा वो घोड़ा है जो दौड़े तेज,
पर लगाम न हो तो गिराए।
जो इसे काबू में रखे,
वही मंजिल तक पहुंचाए।



धन की चमक आंखें चौंधियाए,
पर दिल को अंधा न करे।
जो इसकी सच्चाई देख ले,
वही जीवन को संवारे।



पैसा वो औजार है जो काम करे,
पर मालिक उसे मत बनाओ।
हाथ में रखो, दिल से दूर,
तभी सुख का ठिकाना पाओ।



धन की चाहत में मत डूबो,
ये समंदर है बिना किनारे का।
जो तैरना सीख ले उसमें,
वही बचे इस मारे का।



पैसा वो साया है जो साथ चले,
पर धूप न हो तो गायब हो।
जो इसके भरोसे जीए,
वो अंधेरे में रोए।



धन की तिजोरी भरने से पहले,
दिल की तिजोरी सजा लो।
पैसा तो आए-जाएगा,
सुख मन से ही मिलेगा।



पैसा वो पंख है जो उड़ाए,
पर ज्यादा ऊंचा न ले जाए।
जो जमीन पर पैर रखे,
वही इसकी कीमत समझे।



धन की लालसा आग बन जाए,
जो सब कुछ जला डाले।
जो इसे ठंडा रखे मन में,
वही सुख की राह चले।



पैसा वो चांदनी है जो रात सजाए,
पर सूरज निकले तो ढल जाए।
जो दिन-रात का खेल समझे,
वही धन का मोल पाए।



धन की राहें आसान नहीं,
हर कदम पर इम्तिहान है।
जो हिम्मत से आगे बढ़े,
उसे ही ये सम्मान है।



पैसा वो तारा है जो चमके दूर,
पास आओ तो हाथ न आए।
जो इसकी चमक में न भटके,
वही सच्चा सुख पाए।



धन की मिठास में जहर छुपा,
ज्यादा लालच न करो कभी।
जो थोड़े में खुश रहे,
उसकी जिंदगी सलामती।



पैसा वो बारिश है जो बरसे,
पर सूखा भी साथ लाए।
जो इसे संभाल कर रखे,
वही हर मौसम सजाए।



धन की चादर ओढ़ न सोना,
ये रात भर न ढकेगी।
जो अपने मन को ढक ले,
वो ठंड में भी न ठिठकेगी।



पैसा वो गीत है जो सब गाएं,
पर सुर सही न आए।
जो इसे ताल में बांध ले,
वही जिंदगी सजाए।



धन की चमक में मत फंस जाना,
ये सपनों का जाल बुनता है।
जो सच को साथ रखे,
वही इसे हरा देता है।



पैसा वो सिक्का है जो चले,
पर हर जगह न माने जाए।
जो दिल से दिल जोड़े,
वही सच्चा धन कमाए।



धन की दुनिया रंगीन लगे,
पर रंग ये फीके पड़ते हैं।
जो मन का रंग भर ले,
वही सुख से निखरते हैं।



पैसा वो फूल है जो खिले,
पर जल्दी मुरझा जाए।
जो इसकी खुशबू न भूले,
वही सच्चा सुख पाए।



धन की गति हवा सी तेज,
पकड़ो तो फिसल जाए।
जो इसे छूने न दौड़े,
वही चैन से सो जाए।



पैसा वो पहेली है जो उलझाए,
हर जवाब नया सवाल लाए।
जो इसे सुलझा न चाहे,
वही सुख का रास्ता पाए।



धन की चादर छोटी हो जाए,
तो सपने न बिखरने दो।
जो थोड़े में जीना सीखे,
उसे कभी न झुकने दो।



पैसा वो दर्पण है जो दिखाए,
हर चेहरा उसमें झलके।
पर जो भीतर देख सके,
वही इसकी सच्चाई पलके।



धन की राह पर कांटे बिछे,
हर कदम सोचकर रखना।
जो बिना घायल आगे बढ़े,
वही सुख को गले लगाना।



पैसा वो मित्र है जो बुलाए,
पर वफा न निभाए कभी।
जो इसकी संगत छोड़ दे,
वही सच्ची राह पाए।



धन की लहरें ऊंची उठें,
पर डूब न जाना इनमें।
जो तैरना सीख ले जाए,
वही बचेगा इनसे।



पैसा वो खिलौना है जो भाए,
पर टूट भी जाए कभी।
जो इसे खेल समझ ले,
वही जिंदगी जी ले अभी।



धन की चमक चांद सी हो,
रात को रोशन कर जाए।
पर जो दिन का उजाला देखे,
वही इसकी हकीकत पाए।



पैसा वो प्यास है जो बढ़े,
जितना पीओ, उतनी लगे।
जो इसे कम कर ले मन से,
वही सुख की राह चले।



धन की ताकत पहाड़ सी लगे,
पर हवा से हिल जाए।
जो इसके नीचे न दबे,
वही सच्चा सुख पाए।



पैसा वो नाव है जो ले जाए,
पर किनारा न दिखाए।
जो खुद की राह बनाए,
वही मंजिल तक पहुंचाए।



धन की माला गले में डालो,
पर गुलाम न बन जाना।
जो आजाद मन से जीए,
वही सुख को पहचाना।



पैसा वो सपना है जो आए,
सुबह हो तो टूट जाए।
जो हकीकत में जीना सीखे,
वही सच्चा धन कमाए।



धन की चादर चमकीली हो,
पर ठंड न रोक सके।
जो अपने मन को गर्म रखे,
वही सुख का दामन पकड़े।



पैसा वो रंग है जो चढ़े,
पर पानी से धुल जाए।
जो मन का रंग न खोए,
वही जिंदगी सजाए।


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